“ खास बाते “ आज की “ खास बाते “ में हम दोस्ती की बाते करेगे !
आज की “ खास बाते “ में हम दोस्ती की बाते
करेगे !
दोस्त तो सभी के होते हे ! लेकिन दोस्त पर बरोसा केसे करे
ये हमेसा समस्या रहती हे क्यों की हम देखते हे की जो खास होते वही दोखा देते हे !..................................................................
आप को कुछ खास बाते हे जो आप को धान देना होगा और आप को पता
चल जायेगा की आप उस पर बरोसा कर सकते हो या नही
!..............................................................................................
खास बाते की पहचान :-
1.
तरीका :- जब भी किसी नए दोस्त बनाना चाहते हो तो आप को बातो
से पता चलेगा जेसे की जब आप बात करते हो तो उसकी बातो पर गोर करना !........यदि
अपनी तारीफ खुद करे और लम्बी -2 फेकना सुरु करे ..............आप को बता दो की वो
दोस्ती के लायक नही हे वो केवल टाइम पास के लिए हे और आप बरोसा नही कर सकते ! आप
केवल उसे बाते कर सकते हो.
2.
पहचान :- आप को पुराना दोस्त हे या नया ....यदि आप का कोई
कम हे और उसकी पहचान का हे यदि आप का काम को वो पूरा नही करवा सकता तो फिर आप का
कोई काम नही हे आप के साथ रहता हे और पीछे से आप की बुराई और अपनी तारीफ......तो
सावधान रहना
3.
बरोसा :- यदि आप किसी पर बरोसा करते हो.....यदि आप को एक
बात बता दू बरोसा होता हे वही तोड़ते हे और आप अपने दोस्त को पेसे देकर देखो और वो
आप को टाइम पर पेसे देता हे की नही ! यदि हा तो आप बरोसा कर सकते हो या नही और कहे
ही कल देदुंगा तो समज जाना की वो बरोसा के लायेक नही हे
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4.
यारी :- जो लोग
कहते रहे ह की अपनी तो यारी हे हम तो मर सकते हे ! उसके लिए के बात हे आप उसे पेसे
मंगलो और बोलो की मुझे आवासक हे कुछ समय बाद देदुंगा फिर देखो वो आप की टाइम पर
पैसा देता हे या नही ! यदि देता हे और कहता हे की ये मेरे नही हे किसी से लिए हे
या पापा के हे ..में उदार में लेकर आया हु टाइम पर देदेना
!.....................तो आप समज जाना की पर यकीन नही हे जूठी सान के लिए कर रहा
हे ....और यदि पेसे देने से इंकार करे या कोई बहाना बनाये और बोले की यार कोसिस की
लेकिन हुआ ही नही ...............................तो आप का यार आप की मज़बूरी नही
समज रहा हे और यारी के नाम पर केवल दिखने का काम कर रहा हे !..........................
नोट : - दोस्त
वो होता हे आप के साथ हमेसा रहे और कभी भी आप को जरूत होता वो आप की मदत कर सके !
कोई बहाना न बांये हा हो सकता की वो भी किसी से मदत ले लिकिन टाइम आने पर कहे !
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दोस्त का मतलब
हे की दोस्ती निभानी होगी चाहे कुछ भी हो या फिर करो ही नही
!..................................
में आप को
इसलिए बोल रहा हु की ये सब मेरे साथ हो चूका हे मुझे किसी पर भी बरोसा नही हे ! बस
में इतना जनता हु की पैसा ही सब कुछ हे आज की दुनिया में ....क्यों दोस्ती के चकर
में घर वोलो को परेशानी हे !दोस्त की मदत
की लेकिन मुझे उसकी जरूरत हे तो वो आज मुझसे दूर हे ! मिलना ही नही चाहता टाइम नही
हे ............................................
आप मेरी तरह
कभी दोखा मत खाना ! समज के फेसला
लेना.............................................?
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