“ खास बाते “ आज की खास बात “ गाय माँ “ पर हे
हिन्दू धर्म में गाय को हम “
माता ” का दर्जा देते हे ! और पूजा भी की जाती हे ...............................
गयो का दर्जा माता के सामान
हे ! जो हमे अपना दूध पिलाती हे ! अम्रत का सुख देती हे .................
देवता युग में भी भगवान श्री
किष्ण जी भी गयो की सेवा करते थे ! और गाय माता के दूध से बने मखन को खाते थे
....और अपनी बासुरी की मधुर आवाज सुनते थे ! अपना सारा समय भिताते थे ......
जेसे समय बदला देवता युग से
सतयुग आया तो लोग गोयो का पालन पोसन करते थे और दूध पिया करते हे ! साथ ही उनकी नही
पूजा करते हे और खाना बनाते समय पहले गाय की रोटी बनती थी ....
उस समय गाय की जब तक सेवा
की जाती थे जब तक उनके प्राण न त्याग दे ! ..........................
और समज बदला सतयुग से कलयुग
आया और लोगो के मन में सवाभिमान की भावना जागने लग गई लोगो में मतलबी का सबद आने
लगा हे आज के युग में गयो का पाला जाता हे जब तक वो इन्सान को दूध देती हो ! उनसे
उनका व्यापर चलता रहे हो !..और जब गयो की सीमा ख़त्म हो जाती हे तो
उनको रास्तो में छोड़ा जाता हे !
गोयो के बारे में खास बाते : -
जब हम देखते हे की
गयो को बेचा जाता हे उनको मारा जाता हे उनका मास खाया जाता ! और हमे गुसा आता हे
और हम कहते हे की ऐसे लोगो को मर देना चाहिए !............................
ये गलती ह किश की ये
हमारी हम क्या करते हे ! हम गाय को पालते और उसकी सेवा भी करते हे जब उसका उपयोग
होना बंद हो जाता हे तो वो हमे बोज लगने लग जाती तो उसे कही जंगल या सहरो या घर से
दूर निकाल देते हे अपना बोज कम करते हे ! .....................................ये गलती करता कोन
करता हे ..................................................
एक बात और जब वो गाय
जंगल या सडको पर फिरती हे जब हम ही उनको बगाते रहते हे और उनको हम घर के सामने बेठने
भी नही देते !......और जब गाय किसी बचे को जन्म देती जब बाछी हुई तो रख लेगे !नही
तो बाछा हुआ तो उसे बाहर निकल देते जब वो माँ का दूत पीता भी होगा ....यार जब किसी
भी माँ का बच्चा दूर होता हे तो तकलीफ होती हे गाय को भी तो होगी .....लेकिन हम
नही समझते .........समझते होते तो उनको गोशाला में छोड़ आना चाहिए !....करते नही हे
गाय के प्रति जूठी सान : -
मेने देखा हे लोग को सुबह उठते
हे गुमने जाते हे 20 रुपय का रिजका गिरते हे ! ये उनका पुण्ये हे ......जब घर के
बाहर गाय अति हे तो एक रोटी देते हे ! और फिर भगा देते हे ......जब हिन्दू धर्म
में गाय की पूजा की जाती हे तब उनको सेवा करते हे ! और पूण्य कामते हे
.................
नोट : - कुछ एसी बाते हे जिन पर रोक होनी चाहिए ! सरकार
नही तो लोगो को सोचना होगा और समझदार बनाना होगा !
........................................................
यारो हम धर्म पुनेये जो हम
करते हे वो अपने लिए करते हे लेकिन करना ही हे तो कुछ ऐसा करना होगा !
.............................जेसे की गयो की गिनती होनी चाहिए किस घर में कितनी
गाय हे ! जिस से ये पता रहे गा की गाय ह कहा पर ! हर महीने या 3 महीने से उनकी
जाँच होनी जाहिए ! यदि गाय की सीमा हो जाये तो उसे गोशाला में भेजा जाये और साथ ही
उस गाय का खर्चा लिया जाये जिससे गोशाला में कोई कमी ना हो वहा पालन पोसन हो सके !........
लोग को गोशाला में चंदा देना चाहिए और वहा पर भी हर महीने जाँच
होनी चाहिए ! साथ ही गिनती हीनी चाहिए !यदि कोई पशु मर जाता हे तो उका भी रिकोड
होना चाहिए जिसे गयो की तस्करी नही होगी और गाये सडको पर नही रहेगी
...............................................................................
सायद में अकेला नही कर सकता
! मुझे सरकार और आप लोगो की जरूत होगी ! हम सभी को सोचना होगा मिलकर कुछ करना होगा
!.............................................बातो से कुछ नही होगा ! जो गयो को
छोड़ा जाता हे सडको पर.. जुरमाना लगाना चाहिए !........................................................................
Comments
Post a Comment